Gaon Ki Beti yojana: शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है, लेकिन जब बात आती है ग्रामीण इलाकों की लड़कियों की, तो कई बार ये हक़ सिर्फ़ किताबों तक ही सीमित रह जाता है। मध्य प्रदेश सरकार ने इसी अंतर को पाटने के लिए ‘गांव की बेटी योजना’ की शुरुआत की है। यह योजना खास तौर पर 12वीं पास ग्रामीण लड़कियों को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है।
योजना का मकसद क्या है?
Gaon Ki Beti yojana का मुख्य उद्देश्य है ग्रामीण इलाकों की मेधावी छात्राओं को आर्थिक सहायता देना, ताकि वे आगे की पढ़ाई बिना किसी रुकावट के जारी रख सकें। अक्सर आर्थिक तंगी या पारिवारिक जिम्मेदारियों की वजह से लड़कियां ग्रेजुएशन की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती हैं। यह योजना उन सभी बेटियों के लिए एक मौका है, जो अपने जीवन में कुछ करना चाहती हैं लेकिन साधनों की कमी उन्हें रोक देती है।
किन्हें मिलेगा योजना का लाभ?
Gaon Ki Beti yojana विशेष रूप से उन लड़कियों के लिए है जो ग्रामीण क्षेत्रों से आती हैं और जिन्होंने हाल ही में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की है। पात्रता के लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं:
- छात्रा ने 12वीं कक्षा में कम से कम 60% अंक प्राप्त किए हों।
- छात्रा का स्कूल गांव में स्थित हो या छात्रा का निवास गांव में हो।
- मध्य प्रदेश के मान्यता प्राप्त बोर्ड से परीक्षा पास की हो।
- परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो।
कितना मिलेगा आर्थिक लाभ?
यह योजना दो श्रेणियों में आर्थिक सहायता प्रदान करती है:
- सामान्य ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम के लिए ₹500 प्रति माह यानी ₹5000 प्रति वर्ष।
- तकनीकी, मेडिकल या इंजीनियरिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्स के लिए ₹750 प्रति माह यानी ₹7500 प्रति वर्ष।
यह राशि छात्रा के बैंक खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाती है, जिससे किसी भी तरह की धांधली की गुंजाइश नहीं रहती।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
आवेदन करते समय निम्न दस्तावेज तैयार रखें:
- समग्र आईडी
- 12वीं की मार्कशीट
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- बैंक पासबुक की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
इन दस्तावेजों के बिना आवेदन अधूरा माना जाएगा, इसलिए इन्हें पहले से ही स्कैन करके रख लेना समझदारी होगी।
आवेदन कैसे करें?
अब बात करते हैं आवेदन प्रक्रिया की, जो पूरी तरह ऑनलाइन है और काफी आसान भी।
- सबसे पहले मध्य प्रदेश छात्रवृत्ति पोर्टल पर जाएं:
- समग्र आईडी का उपयोग कर लॉगिन करें।
- यदि आप पहली बार आवेदन कर रही हैं तो सबसे पहले खुद को रजिस्टर करें।
- उसके बाद ‘गांव की बेटी योजना’ को चुनें और आवेदन फॉर्म भरें।
- जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।
- फॉर्म का प्रिंट आउट लें और अपने कॉलेज के प्राचार्य से इसे सत्यापित कराएं।
- सत्यापन के बाद, आपकी जानकारी संबंधित विभाग को भेजी जाएगी और स्वीकृति मिलते ही राशि आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
योजना क्यों है खास?
यह सिर्फ एक आर्थिक सहायता योजना नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण लड़कियों के आत्मविश्वास को मजबूत करने का एक जरिया भी है। इससे न सिर्फ़ उनकी पढ़ाई का रास्ता साफ होता है, बल्कि वे अपने परिवार और समाज के लिए एक मिसाल भी बन सकती हैं।
- ग्रामीण और शहरी शिक्षा के बीच की दूरी को कम करना इस योजना का बड़ा मकसद है।
- पढ़ाई के साथ-साथ यह योजना बेटियों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी ले जाती है।
- सिर्फ एक बार मिलने वाली सहायता नहीं, बल्कि पूरे कोर्स के दौरान हर साल यह लाभ मिलता है।
अंतिम विचार
Gaon Ki Beti yojana उन लाखों बेटियों के लिए उम्मीद की एक किरण है जो बड़े सपने तो देखती हैं, लेकिन सीमित साधनों के चलते उन्हें पूरा नहीं कर पातीं। यह योजना न केवल पढ़ाई का बोझ कम करती है, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि किसी भी बेटी की पढ़ाई सिर्फ इसलिए न रुके क्योंकि वह गांव में पैदा हुई है।
अगर आप या आपके आसपास कोई लड़की है जो इस योजना के लिए पात्र हो सकती है, तो समय पर आवेदन करना न भूलें। यह एक मौका है, जो शायद किसी का भविष्य बदल सकता है।
2 thoughts on “Gaon Ki Beti yojana: 12वीं पास लड़कियों के लिए उम्मीद की नई राह, ₹5000 प्रति माह की सहायता”